शिक्षा विभाग व शिक्षकों से जुड़े सवाल पर सदन में हुआ जोरदार हंगामा , नियोजित शिक्षकों की नही जाएगी नोकरी
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सदन में जोरदार हंगामा हुआ है। जेडीयू विधायक द्वारा शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल को उठाने के बाद सदन में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया है।
भारी हंगामे के बाद विपक्षी सदस्य सदन से वॉक आउट कर गए।
दरअसल, सत्ताधारी जेडीयू विधायक निरंजन मेहता ने अपनी ही सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाए और प्रबंध कारिणी समिति से विधायकों को मुक्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनके इलाके में 15 स्कूलों के भवन ख़राब है, कोई सुनवाई नहीं हो रही। विधायकों के मान सम्मान ख्याल रखा जाए।
जेडीयू विधायक ने अपने विधानसभा क्षेत्र मे रात्रि प्रहरी के मानदेय का भुगतान नहीं करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुरलीगंज मे रात्रि प्रहरी को पैसा नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई। विधायक सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे और सरकारी रिपोर्ट पर सवाल उठाया।
जिसके बाद आरजेडी विधायक ललित यादव और सी.पी.एम. के अजय कुमार ने इसपर सवाल उठाया। विधायक संदीप सौरव ने कहा कि नियुक्त रात्रि गार्ड को 5 हजार रूपए मिलते हैं लेकिन आउटसोर्स के जरिए बहाल गार्ड को 9 हजार कैसे मिलते हैं। शकील अहमद खान, ललित यादव ने सदन की कमिटी से भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की।
सरकार की तरफ से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने जिस विद्यालय मे गड़बड़ी हुई है उसकी समीक्षा कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। वगीं मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जब प्रश्न करने वाले विधायक ने सवाल उठाया, उस वक़्त शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर थे।
इसके बाद विपक्ष के सदस्य वेल में पहुंच गए और जोरदार हंगामा करने लगे और रिपोर्टिंग टेबल उठाने की कोशिश की। हंगामा करने के बाद विपक्ष सदन से वॉक आउट कर गया। थोड़ी देर बाद उपाध्यक्ष महेश्वर हजाारी ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।