नियोजित शिक्षकों का आंदोलन समाप्त , 15 फरवरी को शिक्षकों व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ होगी वार्ता , मानी जाएगी नियोजित शिक्षकों की ये माँग
नियोजित शिक्षकों का आंदोलन समाप्त , 15 फरवरी को शिक्षकों व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ होगी वार्ता , मानी जाएगी नियोजित शिक्षकों की ये माँग
बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आश्वासन के बाद नियोजित शिक्षकों ने मंगलवार शाम को आंदोलन फिलहाल स्थगित कर दिया है. नियोजित शिक्षक प्रतिनिधि आनंद कौशल सिंह ने कहा कि 15 फरवरी को उपमुख्यमंत्री के साथ वार्ता होगी.
इसमें 11 सदस्यीय शिष्टमंडल वार्ता करेगा. शिक्षकों ने उपमुख्यमंत्री के ऊपर भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम ने भरोसा दिया है कि बिहार में किसी भी नियोजित शिक्षक की नौकरी नहीं जाएगी.
बिहार में नियोजित शिक्षक पहले राज्यकर्मी के दर्जा की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे. इसके बाद जब बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 की स्वीकृति मिली तो इन शिक्षकों को राज्यकर्मियों का दर्जा देने का प्रावधान किया गया था, लेकिन, उसके साथ पहले सक्षमता परीक्षा पास करने की शर्त लगाई गई थी. नियोजित शिक्षकों का कहना है कि वे कई सालों से सेवा में हैं. उनसे पहले कोई परीक्षा की बात नहीं हुई थी, अब ऑनलाइन टेस्ट की बात कही जा रही है. इस परीक्षा के रिजल्ट में तीन बार असफल रहने पर उन्हें नौकरी से हटाने का प्रावधान रखा गया है; जो उन्हें स्वीकार नहीं है.
सम्राट चौधरी पर भरोसा जताया, कहा- सरकार हमारी बात सुनेगी
नियोजित शिक्षक प्रतिनिधि प्रकाश कुमार ने कहा कि सम्राट चौधरी ने खुद आगे आकर हमारी बात सुनी है और भरोसा दिया है कि सरकार 15 फरवरी को हमारी बात सुनेगी. हमारे 11 सदस्यों वाले एक शिष्टमंडल से चर्चा करेगी. इसके बाद नियोजित शिक्षक अपने- अपने घरों को लौट रहे हैं. इससे पहले नियोजित शिक्षकों ने बिहार विधानसभा पर प्रदर्शन किया था. देर शाम को वे भाजपा कार्यालय भी पहुंचे थे. यहां मौजूद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें वहां से हटा दिया था.
सक्षमता परीक्षा का कोई औचित्य ही नहीं
नियोजित शिक्षिका नरगिस नाज ने कहा कि नियोजित शिक्षक एक दशक पूर्व से ही शिक्षक पात्रता/दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण हैं. ऐसे में सक्षमता परीक्षा का कोई औचित्य ही नहीं है. सरकार इस परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की छंटनी करना चाहती है. सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. शिक्षक नेता प्रकाश नारायण ने कहा कि सरकार युवा अभ्यर्थियों के लिये बीपीएससी की परीक्षा ऑफलाइन ली है और सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लेने की जुगत में हैं. जहां कुछ परीक्षार्थी ऐसे हैं, जो बुजुर्ग और कंप्यूटर शिक्षा से कोसों दूर हैं.