राज्य के स्कूलों मैं शिक्षकों के नहीं रहने पर हाजिरी बनकर चले जाते हैं बच्चे
स्कूलों मैं शिक्षकों के नहीं रहने पर हाजिरी बनकर चले जाते हैं बच्चे :-शिक्षा विभाग में 11वीं और 12वीं कक्षा में विज्ञान शिक्षकों की कमी को देखते हुए आउटसोर्सिंग के माध्यम से अतिथि शिक्षकों को रखने का निर्देश दिया है लेकिन प्रधानाध्यापक इसमें बहुत रुचि नहीं दिख रहे हैं विद्यालय को से ही अतिथि शिक्षकों को मंडे दी जाने की वजह से कई प्रधानाध्यापक आउटसोर्सिंग से आए शिक्षकों का योगदान करने से टालमटोल कर रहे हैं
नतीजतन अभी भी जिले के 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को शिक्षकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है ऐसी स्थिति में अधिकतम बच्चे स्कूल सिर्फ आदमी बनवाने के लिए आते हैं हाजिरी बनवाकर स्कूल में एक-दो घंटे का टाइम दे देते हैं और कोचिंग में पढ़ाई करने पहुंच जाते हैं |
तमाम निर्देश और कढ़ाई के बावजूद कोचिंग का धंधा अभी भी फल खुल रहा है शहर की मुरलीधर इंटर विद्यालय की बात करें तो यहां इंटर में बहुत ही और रसायन शास्त्र के शिक्षक नहीं गणित की एक अतिथि शिक्षक पूर्व से तैनात है वही कला में सिर्फ तीन शिक्षक पदस्थापित है जबकि यहां 1700 बच्चों का नामांकन है यही हाल हुलासगंज स्थित इंटर विद्यालय का है विद्यालय में 1408 बच्चों का नामांकन है प्रधानाध्यापक विनय सिंह गौतम ने बताया कि उन्होंने यहां 11वीं 12वीं में रसायन शास्त्र बॉटनी अंग्रेजी अर्थशास्त्र मनोविज्ञान हिंदी और संस्कृत के शिक्षक नहीं है उनके स्कूल में एग्रीकल्चर की भी पढ़ाई होती है इस वर्ष 26 बच्चों ने नामांकन लिया है यहां एक भी शिक्षक नहीं है |
प्रधानाध्यापक ने बताया कि आउटसोर्सिंग के तहत जिले से ही शिक्षक को भेजा जाना है यहां अभी किसी अतिथि शिक्षक में योगदान नहीं दिया है वहीं मुरलीधर इंटर विद्यालय की प्रधानाध्यापक पर मिलने कहा कि एक अतिथि शिक्षक आए थे उनका योगदान अभी नहीं कराया जा सका है |
वही मखदुमपुर इंटर विद्यालय में दो अतिथि शिक्षक को योगदान कराया गया है जबकि प्रोजेक्ट स्कूल मखदुमपुर में आउटसोर्सिंग से लेकर एक शिक्षक पहुंचे हैं कई प्रधानाध्यापकों ने बताया कि आउटसोर्सिंग वाले शिक्षकों के मानदेय का भुगतान विद्यालय कोर्स से ठीक करने का प्रावधान है जिन प्रधानाध्यापकों ने विद्यालय कोर्स से निर्माण कार्य कर लिया है उनके फंड में उतनी राशि नहीं है कि वह अतिथि शिक्षक को मंडे दे सके कोचिंग जा रहे हैं छात्र आयुष रंजन ने बताया कि परीक्षा में शामिल होने के लिए 75% हाजिरी अनिवार्य कर दिया गया है
outsorsing से अतिथि शिक्षक हुए बहाल
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विषय वार शिक्षकों की ओर कमी को देखते हुए सरकार ने अतिथि शिक्षकों को बहाल कर शिक्षकों की कमी को दूर करने का प्रयास किया है परंतु जिले में अभी भी सभी विद्यालयों में विषय वार शिक्षक नहीं है खासकर साइंस में शिक्षकों की घोर कमी है |
शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में पूर्व से 58 अतिथि शिक्षक थे न्यायालय के आदेश पर 16 और अतिथि शिक्षक जिले में अपना योगदान दिए हैं जबकि 9 नए अतिथि शिक्षक बहाव कुल मिलाकर 83 अतिथि शिक्षक वर्तमान समय में जिले के विभिन्न स्कूलों में पदस्थापित हैं |
फखरपुर उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक नारायण शर्मा ने बताया कि विद्यालय में उच्च माध्यमिक के पढ़ाई के लिए शिक्षकों की ओर कमी खास कर साइंस में शिक्षक हैं कि नहीं उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में दो अतिथि शिक्षक हैं जिसमें एक अंग्रेजी और एक बॉटनी के हैं दोनों अतिथि शिक्षक से काफी हद तक बच्चों की पढ़ने में सौलत मिल रही है |
दरियापुर उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार पांडे ने बताया कि उच्च माध्यमिक में पढ़ाई करने के लिए उनके स्कूल में छुट्टी शिक्षक हैं सभी अतिथि शिक्षक साइंस के अतिथि शिक्षकों के कारण ही उनकी विद्यालय में उच्च माध्यमिक के छात्रों को सभी विषयों की पढ़ाई कराई जा रही है अतिथि शिक्षकों से छात्र-छात्राओं को लाभ पहुंच रहा है