सीटेट में 60 फ़ीसदी से कम अंक पर नौकरी पानी वाली 14 शिक्षिकाओं की सेवा हुई समाप्त, 3400 और शिक्षकों के सर्टिफिकेट की चल रही है जाँच
सीटेट में 60 फ़ीसदी से कम अंक पर नौकरी पानी वाली 14 शिक्षिकाओं की सेवा हुई समाप्त, 3400 और शिक्षकों के सर्टिफिकेट की चल रही है जाँच
कैमूर जिले में सीटेट में 60% सबसे कम अंक पर नौकरी पाने वाले 14 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है बता दें कि विभाग के निर्देश के आलोक में इन शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्र की जांच की गई जिसमें सीटेट में कम अंक प्राप्त करने वाली शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की गई इस मामले में इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण की भी मांग की गई इस बारे में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुमन शर्मा ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा निर्गत दिशा निर्देश एवं विभाग के आदेश के आलोक में इन शिक्षाओं द्वारा नियुक्त विभिन्न को छुपाते हुए नियुक्ति प्राप्त किया गया जिसकी समीक्षा के बाद त्रुटि पाए गए हिसाब स्पष्टीकरण के बिंदुओं पर पूर्ण साक्षर सहित स्पष्टीकरण जिला शिक्षा कार्यालय में देने का निर्देश दिया गया था जांच में स्पष्टीकरण का जवाब भी संतोषजनक नहीं पाया गया बता दे की नियुक्ति के दौरान दिए गए प्रमाण पत्र की जांच की भाग द्वारा की जा रही है विभाग के निर्देश के आलोक में बिहार लोक सेवा आयोग से संबंधित शिक्षकों के प्रमाण पत्र में त्रुटि पाई गई है उनके विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी गई है
कैमूर में 3400 शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच हुई शुरू संडे के घेरा में आए हैं 3400 शिक्षक के प्रमाण पत्र
बिहार लोक सेवा आयोग से दो चरणों में कैमूर जिले में नियुक्त 3400 शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच फिर से शुरू हो चुकी है जांच के लिए शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को नोडल ऑफिसर बनाया गया है दरअसल शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच के लिए राज्य स्तर से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं जिसके अनुसार बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियुक्ति स्थानांतरण अनुशासन कार्रवाई एवं सेवक नियमावली 2023 के प्रावधानों के तहत बिहार लोक सेवा आयोग से अध्यापकों की नियुक्ति की गई है इस नियमावली के तहत जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा विभाग से निर्धारित समय सीमा के अंदर प्रमाण पत्र के सत्यापन करने का प्रावधान है अध्यापकों के लिए निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक एवं पात्रता परीक्षा संबंधी प्रमाण पत्र का सत्यापन हो रहा है
संबंधित यूनिवर्सिटी और बोर्ड से कागजात की जांच की जा रही है
बिहार लोक सेवा आयोग से चीनी सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच संबंधित विश्वविद्यालय और बोर्ड से भी कराई जा रही है राज्य के अंदर की विश्वविद्यालय के प्रमाण पत्र का सत्यापन उच्च शिक्षा निदेशारे द्वारा संबंधित विश्वविद्यालय से कराया जा रहा है उसे कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया गया है इसके अलावा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति बिहार राज्य संस्कृत बोर्ड बिहार राज मदरसा बोर्ड बिहार मुक्त विद्यालई शिक्षा निगम शिक्षा बोर्ड के द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र की जांच जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा संबंधित बोर्ड से कराई जा रही है
सीमावर्ती क्षेत्र जैसे उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित अपने राज्यों से शिक्षक का चयन हुआ है उनकी सर्टिफिकेट की भी जांच की जा रही है
उम्मीद की सत्यापन के लिए मैट्रिक एवं समकक्ष प्रमाण पत्र का सत्यापन किया जा रहा है आवश्यकता अनुसार अन्य प्रमाण पत्रों के सत्यापन जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से करेंगे शैक्षणिक एवं पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र का सत्यापन ऑनलाइन कराया जा रहा है बता दे की कैमूर में बिहार सहित सीमावर्ती उत्तर प्रदेश झारखंड सहित अन्य राज्यों के कई शिक्षकों का चयन हुआ है जिनके प्रमाण पत्र की जात संबंधित विश्वविद्यालय और बोर्ड के द्वारा कराई जा रही है जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना किस नाम मुरारी गुप्ता ने बताया कि विभाग के निर्देश के आलोक में नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई जा रही है शिक्षकों के प्रमाण पत्र में किसी भी प्रकार की त्रुटि एवं दरबारी पाए जाने पर उच्च अधिकारियों को प्रतिवेदन किया जा रहा है किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने विभाग के निर्देशानुसार विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है
पहले चरण में चयनित 14 शिक्षक दे चुके हैं अपनी मर्जी से त्यागपत्र
कैमूर में बिहार लोक सेवा आयोग से पहले चरण में चने 14 शिक्षक अपनी मर्जी से त्यागपत्र दे चुके हैं जबकि तीन शिक्षक चयन के उपरांत नौकरी छोड़कर गायब है इसके अलावा अधूरा प्रखंड में चयन के बाद एक शिक्षिका की मृत्यु हो चुकी है बता दे की जिला शिक्षा कार्यक्रम से इसकी रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजी गई है सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जान ऑनलाइन भी कराई जा रही है प्रमाण पत्र सत्यापन में किसी प्रकार की त्रुटि और लापरवाही के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना जिम्मेदारों के प्रमाण पत्र सत्यापन के पर्यावरण पर्यवेक्षण एवं अनुकरण की संपूर्ण जवाब दीजिए जिला शिक्षण अधिकारी को दी गई है