अतिथि शिक्षक भी नहीं पूरी कर पा रहे हैं माध्यमिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी

0
shikshavibhagnews.com

 

 

अतिथि शिक्षक भी नहीं पूरी कर पा रहे हैं माध्यमिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी

हाई स्कूल और प्लस टू हो गए लेकिन विषय वास शिक्षकों की भारी कमी से वर्ग संचालन में उठानी पड़ रही है परेशानी

जिले के शिक्षकों की कमी वाले विद्यालयों में तत्कालीन व्यवस्था के तहत आउटसोर्सिंग के माध्यम से एजेंसी के जरिए अतिथि शिक्षकों की सेवा लेने का निर्देश पर ब्रेक लगता दिख रहा है ऐसे में अतिथि शिक्षक भी शिक्षकों की कमी को पूरा करते नहीं दिख रहे हैं कारण यह है कि विषय वार शिक्षकों की भारी कमी से वर्क संचालन में परेशानी उठानी पड़ रही है

इधर शिक्षा विभाग द्वारा जिले में किस अतिथि शिक्षकों की बहाली वह आउटसोर्सिंग के माध्यम से 8 विषयों में 36 अतिथि शिक्षकों की तैनाती की जारी प्रक्रिया भी शिक्षकों की कमी की समस्या को दूर नहीं कर पा रही है इससे जहां अतिथि शिक्षक रखे गए हैं वहां भी पूरी तरह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है बाहरी हाल सभी हाई स्कूल उत्क्रमित होकर प्लस टू हो गए इंटर में नामांकन भी शुरू हो गया है लेकिन प्लस टू में शिक्षकों की बहाली नहीं हुई साइंस गणित अंग्रेजी जैसे प्रमुख विषयों में शिक्षकों की भारी कमी है जिससे जिले के सभी विद्यालयों में वर्ग संचालन में काफी परेशानी हो रही है

हाई स्कूल में भी विषय वार शिक्षक नहीं है मध्य विद्यालय को अपग्रेड हाई स्कूल अपग्रेड हाई स्कूल को प्लस टू स्कूल करने की प्रक्रिया पूरी की गई लेकिन यहां बच्चे पढ़ाई कैसे करेंगे इसकी व्यवस्था आज भी अपूर्ण है जिले में ऊपर से लेकर नीचे तक के विद्यालयों में रिक्ति के हिसाब से शिक्षक नहीं है हालांकि प्राइवेट एजेंसी को आउटसोर्सिंग के माध्यम से शिक्षकों की बहाली करने का निर्देश जारी हुआ था बताया जा रहा है कि इसके लिए महाराष्ट्र की एक एजेंसी ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से विषय वार आवेदन देने की प्रक्रिया शुरू की थी जिसके बीच में ही बंद होने की बात कही जा रही है

वही डीपीओ माध्यमिक शिक्षा राजेंद्र सिंह ने बताया कि तीसरा अतिथि शिक्षकों की बहाली विभाग ने की है वहीं 30 अतिथि शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया आउटसोर्सिंग के माध्यम से चल रही है जिन विद्यालय में शिक्षक नहीं है वहां मानक के अनुसार अतिथि शिक्षक की बहाली बीएससी के मानक के अनुसार योग्यता और स्त्रीलिंग के आधार पर करनी है

शिक्षकों की कमी वाले विद्यालय में आउटसोर्सिंग से करनी है बहाली

जिले के हाई स्कूलों में आउटसोर्सिंग से अतिथि शिक्षकों की बहाली की योजना पूरी तरह से कारगर होती नहीं दिख रही है कारण ऊपर से लेकर नीचे तक शिक्षकों की कमी बताई जा रहा है जब तक नियमित रूप से शिक्षकों के बाहर नहीं होती तब तक तत्कालीन व्यवस्था के तहत शिक्षकों की कमी वाले विद्यालयों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से अतिथि शिक्षकों की सेवा लेने का निर्देश बीच में ही उलझ कर रह गया है अतिथि शिक्षक के चयन के लिए महाराष्ट्र की कंपनी को जिम्मेदारी स्वैप जाने के बावजूद सरकारी स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता को बनाए रखने की योजना पूरी नहीं हो सकती है कारण यह है की रिक्ति के अनुसार विषय वार शिक्षकों की कमी कोई प्लस टू स्कूलों में अंग्रेजी विज्ञान और गणित जैसे विषयों में शिक्षकों का नहीं होना है

ऐसे में स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए अतिथि शिक्षक को पटाने का मौका दिया जाना कारगर होता नहीं दिख रहा है प्रधानाध्यापकों की मांग के आधार पर एजेंसी द्वारा विद्यालयों में विषय वार शिक्षक उपलब्ध कराने संबंधित शिक्षक की न्यूनतम योग्यता संबंधित विषय में स्नातक पास और 3 वर्ष का कार्य अनुभव एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए गए शिक्षकों की कक्षा बार तिथि वार विषय वार उपस्थिति पंजी का संधारण अलग से करने और प्रधानाध्यापक के प्रतिदिन के आधार पर शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया सब घड़ी की घड़ी रह गई है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरे