शिक्षा विभाग की बड़ी करवाई –1019 शिक्षा सेवकों पर गिरी गाज


बिहार :–शिक्षा विभाग की बड़ी करवाई –1019 शिक्षा सेवकों पर गिरी गाज , 378 का कटा वेतन ,639 का वेतन कटौती का आदेश व 2 शिक्षा सेवकों को किया गया बर्खास्त
1019 शिक्षा सेवकों पर गिरेगी गाज से करो शिक्षा सेवकों का कटा मंडे 2 की बर्खास्त की का आदेश।378 शिक्षा सेवकों के वेतन काटा गया है जबकि 639 शिक्षा सेवकों के वेतन कटौती का आदेश जारी कर दिया गया है ।
राज्य में 1019 शिक्षा सेवकों पर कार्रवाई की जांच गिरी है इनमें 378 शिक्षा सेवकों पर मंडे कटौती की कार्रवाई हुई है 639 शिक्षा सेवकों पर वेतन कटौती की कार्रवाई की अनुशंसा हुई है इसके अलावा दो शिक्षा सेवकों की बर्खास्तगी की अनुशंसा की गई है
यह कार्रवाई शिक्षा सेवकों की मोटर मॉनिटरिंग रिपोर्ट से हुआ है शिक्षा विभाग की यह मॉनिटरिंग रिपोर्ट में चार दिन पहले 27 सितंबर की है मॉनिटरिंग रिपोर्ट के मुताबिक जिन 378 शिक्षा सेवकों के वेतन काटे गए हैं उनमें पश्चिमी चंपारण के 307 पूर्णिया के दो पटना के एक मुंगेर के तीन मधुबनी के 27 लखीसराय के दो किशनगंज के 23 बक्सर के आठ भोजपुरी के एक एवं भागलपुर के दो शिक्षा सेवक हैं
दूसरी और जिन 639 शिक्षा सेवकों पर अनुशंसा के बाद वेतन में कटौती की तलवार लटकी हुई है उनमें पश्चिमी चंपारण के 398 सीतामढ़ी के 33 समस्तीपुर के 19 सहरसा के 6 रोहतास के 32 नवादा के 69 नालंदा के एक मुजफ्फरपुर के तीन कैमूर के 44 किशनगंज के 40 जमुई के 14 दरभंगा के एवं एरिया के दो शिक्षा सेवक हैं
इससे इधर अनुशंसा के बाद जिन्न शिक्षा सेवकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकी हुई है उनमें एक शिक्षा सेवक रोहतास से और दूसरे शिक्षा सेवक है ।
शिक्षा सेवकों द्वारा 157 में बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया गया 5131 ऐसे बच्चे स्कूलों में ले गए जो नामांकन के बाद पढ़ाई छोड़ चुके थे इन बच्चों के अलावा शिक्षा सेवकों द्वारा उसे दिन 50000 757 बच्चे स्कूलों में ले गए यानी कुल मिलाकर बात करें तो उसे दिन 5 लाख 12445 बच्चे शिक्षा सेवकों के साथ अपने-अपने स्कूल पहुंचे
आपको बता दूं कि राज्य में दलित महा दलित अति पिछड़ा अल्पसंख्यक समुदाय की 15 से 45 आयु वर्ग की निरीक्षण महिलाओं को साक्षर बनाने के लिए राज सरकार द्वारा दलित महा दलित अति पिछड़ा अल्पसंख्यक अक्षर आंचल योजना चलाई जा रही है इसके तहत शिक्षा सेवकों द्वारा साक्षरता केंटो पर इन समुदायों की महिलाओं को साक्षरता का पाठ पढ़ाया जाता है टोला के 6 से 14 आयु वर्ग के 7% बच्चों का परोस के सरकारी स्कूल में दाखिला उन्हें स्कूल पहुंचने लाने एवं होमवर्क करने की जिम्मेदारी भी शिक्षा सेवकों की है शिक्षा सेवकों का मासिक मानदेय 11000 से बढ़कर ₹22000 कर दिया गया है
