अंगीभूत कॉलेज में अवस्थाई शिक्षक ही बनाए जाएंगे हेड
अंगीभूत कॉलेज में अवस्थाई शिक्षक ही बनाए जाएंगे हेड
बी आर ए बिहार विश्वविद्यालय के सभी एंजीभूत कॉलेज में अब अस्थाई शिक्षक ही सिर बनेंगे अस्थाई शिक्षकों के नहीं होने से कई एंजीभूत कॉलेज में अतिथि शिक्षक सिर की भूमिका निभा रहे हैं इसकी सूचना मिलने पर विश्वविद्यालय ने प्रत्येक कॉलेज में सभी विषयों में काम से कम एक अस्थाई शिक्षक हो इसकी तैयारी शुरू कर दी है ऐसे कॉलेजों की सूची तैयार की जा रही है ।
जहां कई विषयों में एक भी शिक्षक नहीं है अतिथि शिक्षक ही सिर की भूमिका में है इन कॉलेज में दूसरे कॉलेज से अस्थाई शिक्षक भेजे जाएंगे बता दे की शिवहर के इकलौते सरकारी कॉलेज में साइंस में एक भी स्थाई शिक्षक नहीं है यही हाल बेटियां बगहा के साथ ही मुजफ्फरपुर के कई ग्रामीण क्षेत्र के कॉलेज का है इस कारण वहां कक्षाएं भी प्रभावित हो रही है दूसरे चरण में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति इन कॉलेज में की जानी है वहीं अस्थाई शिक्षक भी भेजे जाएंगे कुल सचिव प्रोफ़ेसर संजय कुमार ने बताया कि कई कॉलेजों में साइंस और आर्ट्स के विषयों में एक भी अस्थाई शिक्षक नहीं है यहां अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही पढ़ाई चल रही है प्रयास है कि सभी कॉलेजों में प्रत्येक विभाग में काम से कम एक अस्थाई शिक्षक हो
विभागीय अध्यक्ष के भरोसे चल रहे पीजी विभाग
विश्वविद्यालय के कई ग विभागों में शिक्षकों की भारी कमी है स्थिति यह है कि विभागीय अध्यक्ष और एक शिक्षक के भरोसे ही कई पीजी विभाग संचालित हो रहे हैं जिसमें गणित बॉटनी जूलॉजी मनोविज्ञान भूगोल जैसे ग विभागों में शिक्षक के नहीं होने से शोध परक शिक्षा का दावा खोखला साबित हो रहा है ऐसे में ग विभागों में भी शिक्षकों को भेजने की योजना है कुल सचिव ने कहा की कक्षाएं बाधित न हो और शोध भी बढ़ावा मिले इसको लेकर विश्वविद्यालय की ओर से पहल की गई है शीघ्र ही शिक्षकों का स्थान स्थानांतरण कर पीजी विभाग और कॉलेज में भेजा जाएगा
छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या में है भारी कमी
प्राप्त एनरोलमेंट रेशों बढ़ाने को लेकर लगातार प्रयास के बाद अब स्नातक में तीनों वर्ष को मिलाकर विद्यार्थियों की संख्या करीब चार लाख हो गई है लेकिन कई वर्षों से शिक्षकों का नया पद सृजित नहीं किया गया है जो पुराने शिक्षकों के पद थे उनकी सेवानिवृत्ति के बाद विविध हो गए हैं वहीं विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है
जहां संबंधित विषयों में एक भी अस्थाई शिक्षक नहीं वहां अन्य कॉलेजों से शिक्षकों का किया जाएगा स्थानांतरण