3 नवम्बर को राज्य के सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता की जांच के लिए स्टेट एजुकेशन अचीवमेंट सर्वे करेगी जाँच
3 नवम्बर को राज्य के सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता की जांच के लिए स्टेट एजुकेशन अचीवमेंट सर्वे करेगी जाँच
राजभर के कुल 600 स्कूलों का सिस ने शिक्षा की गुणवत्ता की जांच करने के लिए अपने सर्वे लिस्ट में चयन किया है स्टेट एजुकेशन अचीवमेंट सर्वे को लेकर करीब 700 क्षेत्र अनुदेशक तैयार किए गए हैं जहां शिक्षा व्यवस्था की पूरी तरह से जांच की जाएगी
बच्चों को गणित डरा रही है या अंग्रेजी उनको हिंदी के शब्द कठिन लग रहे हैं या अंग्रेजी का अनुवाद बच्चे किस विषय में कमजोर हैं और किस विषय में होशियार हैं इसका पता लगाने के लिए सुपौल सहित पूरे प्रदेश और देश में 3 नवंबर को सर्वे किया जाना है इसी के आलोक में मंगलवार को सा सभागार सुपौल में छातापुर त्रिवेणीगंज सरायगढ़ किशनपुर और सुपौल प्रखंड के सभी फील्ड इन्वेस्टिगेटरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया इस कार्य के लिए जिले के तकरीबन 700 शिक्षकों को फील्ड इन्वेस्टिगेटर बनाया गया है फील्ड इन्वेस्टिगेटर नरेश कुमार निराला ने कहा कि स्टेट एजुकेशन अचीवमेंट सर्वे के लिए सुपौल जिले के 600 स्कूलों का चयन किया गया है
600 स्कूलों के 18000 बच्चे इस सर्वे के लिए परीक्षा में सम्मिलित होंगे जिसमें निर्मली प्रखंड से 38 मरौना से 54 राघोपुर से 59 बसंतपुर से 54 प्रतापगढ़ से 43 पिपरा से 56 त्रिवेणीगंज से 55 छातापुर से 58 सरायगढ़ से 56 किशनपुर से 62 और सुपौल से 65 स्कूलों का चयन किया गया इस सर्वे के लिए 3 नवंबर को इन सभी 600 स्कूलों की कक्षा 3 कक्षा 6 और कक्षा 9 के 30 30 बच्चों का परीक्षा लिया जाना है
यह बच्चे शामिल होंगे बच्चों को लिखित परीक्षा के पेपर दिए जाएंगे पेपर का अस्तर हर कक्षा का अलग होगा पेपर में हिंदी अंग्रेजी व गणित के सवाल पूछे जाएंगे इस सर्वे में यह पता चलेगा कि बच्चा किस विषय में कमजोर है और किस विषय में होशियार है मौके शिक्षक नरेश कुमार निराला महेश कुमार श्याम कुमार मेहता राजेश कुमार सहित दर्जनों उपस्थित थ
बच्चों को गणित डरा रही है या अंग्रेजी सबका किया जाएगा निदान
सुपौल सहित पूरे प्रदेश और देश में 3 नवंबर को एस ए आई एस सर्वे किया जाएगा