राज्यभर के 72000 नियोजित शिक्षकों का फोल्डर गायब , शिक्षकों , नियोजन इकाइयों , मुखिया , अन्य जनप्रतिनिधियों पर FIR दर्ज करने निगरानी ब्यरो को मिला आर्डर
राज्यभर के 72000 नियोजित शिक्षकों का फोल्डर गायब , शिक्षकों , नियोजन इकाइयों , मुखिया , अन्य जनप्रतिनिधियों पर FIR दर्ज करने निगरानी ब्यरो को मिला आर्डर
राज्य में नियोजित शिक्षकों और लाइब्रेरियन की बहाली में हुए फर्जीवाड़ा की जांच पिछले 9 वर्षों से चल रही है पटना हाई कोर्ट के आदेश के बाद निगरानी ब्यूरो को यह मामला 2015 में सौंप गई थी इतनी लंबे समय से चल रही इस जांच में अब तक 72168 शिक्षकों के फोल्डर निगरानी ब्यूरो को प्राप्त नहीं हुए हैं
इस मामले की जांच को जल्द पूरी करने के लिए निगरानी ब्यूरो के स्तर पर कवायत तेज हो गई है परंतु अब तक इतनी संख्या में शिक्षकों के फोल्डर शिक्षा विभाग या नियोजन इकाईयों से प्राप्त नहीं होने की वजह से जांच में समस्या आ रही है अब तक हुई जांच में निगरानी फर्जी सर्टिफिकेट पर आज के आधार पर बाहर शिक्षकों के मामले में 1380 फिर दर्ज कर चुकी है जिसमें 2585 को अभियुक्त बनाया गया है इन अभियुक्तों में कई नियोजन इकाइयों के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के अलावा मुखिया समेत अन्य स्तर के जन्म प्रतिनिधि भी शामिल हैं
शिक्षा विभाग के स्तर पर शिक्षकों के लापता फोल्डरों को निगरानी को मुहैया कराने के लिए कई स्तर पर जिला स्तर से लेकर अन्य स्तर के पदाधिकारी के साथ बैठक हो चुकी है नियोजित शिक्षकों के फोल्डर को ऑनलाइन अपलोड करने की व्यवस्था भी की गई है बावजूद तमाम कव्वालियों के बाद भी अब भी सारे 72000 फोल्डर लापता है सबसे ज्यादा प्रारंभिक स्कूलों में 71630 शिक्षकों के फोल्डर नहीं मिले हैं सभी जिलों से डीपीओ के स्तर से 35927 शिक्षकों के मामले में 280000759 फोल्डर जांच के लिए निगरानी को सौंप गई थी इसमें 83582 सर्टिफिकेटों की जांच की गई है इसमें 591934 सर्टिफिकेट सही पाए गए हैं और 238648 सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन के लिए लंबित पड़े हैं 2185 सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं
इन जिलों में सबसे ज्यादा हुई है नियोजन अधिकारियों के अधिकारियों समेत शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज
दर्ज की गई फिर में सबसे ज्यादा मधुबनी में 103 फिर दर्ज की गई है जिसमें 112 अभियुक्त बनाए गए हैं इसके अलावा पूर्णिया में पचासी नालंदा में 79 गया में 71 सीतामढ़ी व गोपालगंज में 60 जमुई में 59 जहानाबाद में 48 सारण और मुंगेर में 44 पटना में 40 बेगूसराय में 46 बांका और अरवल में 47 दरभंगा में 39 भोजपुरी में 36 बक्सर एवं मुजफ्फरपुर में 35 समस्तीपुर में 38 रोहतास में 36 फिर दर्ज की गई है