राजभर में 18 लाख से अधिक बच्चे डमी या दोहरा नामांकन वाले हैं सरकारी स्कूलों में , इस रिपोर्ट से शिक्षा विभाग की बढ़ा दी है बेचैनी , के के पाठक का मिशन रहा अधूरा
राजभर में 18 लाख से अधिक बच्चे डमी या दोहरा नामांकन वाले हैं सरकारी स्कूलों में , इस रिपोर्ट से शिक्षा विभाग की बढ़ा दी है बेचैनी , के के पाठक का मिशन रहा अधूरा
सुबह में 18 लाख से अधिक बच्चे डमी यादव नामांकन वाले हैं पिछले 1 साल में 22 लाख से अधिक बच्चों के नाम सरकारी स्कूलों से काटे गए हैं वह बच्चे थे जो स्कूल से लगातार अनुपस्थित थे इनमें लगभग चार लाख बच्चों ने फिर से नामांकन कराया जबकि बाकी बच्चे वापस नहीं आए और नहीं इनका कोई ट्रेस मिला विभाग ने माना कि जो बच्चे दोबारा मौका मिलने पर भी टर्न अप नहीं हुए हैं ।
उनके नाम पर नामांकन में फर्जी द्वारा किया गया है नए सत्र 1 अप्रैल से शुरू नामांकन अभियान में इसे लेकर विशेष शक्ति की गई है बात करें मुजफ्फरपुर में लाख 12841 बच्चों के नाम काटे थे जिनमें महाराज 27460 बच्चों को ही पुणे नामांकन कराई गई है लगभग 80000 बच्चे पुनर नामांकन को नहीं आए विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कितनी बड़ी संख्या में बच्चों का टर्न अप नहीं होना कहीं ना कहीं वह दाखिला है कि यह बच्चे केवल कागज पर ही थे हकीकत में नहीं
जिले में बच्चे गायब हो गए
जिले में हो गए हैं जिनमें पूर्वी चंपारण में डेढ़ लाख नाम काटे गए जिनमें से 1.40 लाख बच्चे वापस स्कूलों में नाम लिखवाए हैं जबकि पश्चिमी चंपारण में 148 लाख बच्चों के नाम स्कूलों से काटे गए जबकि 136000 बच्चों ने पुनः अपना नामांकन स्कूलों में कराया है बात करें समस्तीपुर की तो यहां 95426 बच्चों के नाम काटे गए जिनमें से 70000 का कोई आता पता नहीं है राजधानी से सटी वैशाली जिला में भी एक लाख 42000 967 बच्चों के नाम काटे गए जिसमें एक लाख बच्चे का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है जबकि दरभंगा की बात करें तो 96467 बच्चों के नाम स्कूलों से काटे गए जिनमें पत्र 75000 बच्चों का कोई अता-पता नहीं मिला है
नहीं कक्षा में बच्चों के जाने पर भी पुनर नामांकन का आदेश
डमी और डर नामांकन पर रोक लगाने को इस बार नहीं कक्षा में बच्चों के जाने पर भी पुनर नामांकन का आदेश दिया गया है यह पुनर नामांकन भी विभागों की उपस्थिति में होना है और अभिभावकों को शपथ पत्र भी देना है जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि 1 अप्रैल से शुरू नामांकन अभियान को लेकर सभी हेड मास्टर को यह निर्देश दिया गया है