सरकारी स्कूल के हेडमास्टर ने ऐसा कांड की हाथ पैर बांध कर किया गया थाने को सुपुर्द , हेडमास्टर साहब को मिली ये सजा 

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सरकारी स्कूल के हेडमास्टर ने ऐसा कांड की हाथ पैर बांध कर किया गया थाने को सुपुर्द , हेडमास्टर साहब को मिली ये सजा 

 

ऐसे तो यह काव्य की एक भाषा है. इसमें लिखी गई कविताएं एक विशिष्ट शैली की होती हैं जिसमें प्रतिदिन उपयोग किए जाने वाले शब्दों के अर्थ उलटे होते हैं. हालांकि, संत कबीर दास इस शैली के लिए प्रख्यात रहे हैं.

लेकिन, यह आम बोलचाल में कहावत के रूप में भी प्रचलित है, जिसका अर्थ है कि किसी बात का उसपर विपरीत एक्शन हो जाना. सासाराम में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक शिक्षक के साथ भी उलटबांसी हो गई और उनको हाथ-पांव बांधकर थाना पहुंचाया गया.

बताया जा रहा है कि रोहतास के पहाड़ी इलाके नौहट्टा थाना के कोरहास गांव में स्थित मध्य विद्यालय के एक शिक्षक शराब पीकर विद्यालय आ गए. इसके बाद बच्चे परेशान हो गए. जब बच्चों ने गुरु जी से शराब पीने के बारे में पूछताछ करने लगे तो शराबी टीचर ने स्कूल में छुट्टी दे दी. इसके बाद ग्रामीण इकट्ठा हो गए तथा शराबी शिक्षक रविशंकर भारती को पकड़ के नौहट्टा थाना लाई तथा पुलिस को सौंप दिया. बाद में पुलिस ने मेडिकल जांच करायी एवं शराब के नशे में पाए जाने के आरोप में जेल भेज दिया.

शिक्षक को किया गया निलंबित

बता दें कि शराब पीने की सूचना के बाद गांववालों ने शिक्षक को पकड़ के नौहटा थाना पहुंचाया. पूरे विभाग को शर्मसार करने वाला शिक्षक रविशंकर भारती के करतूत की जैसे ही सूचना शिक्षा विभाग को लगी, स्थानीय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने उसके निलंबन के अनुमोदन कर दिया. इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर आरोपी शिक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया गया.

गांववालों ने बताई पूरी बात

बता दें कि मध्य विद्यालय कोरहास नौहट्टा प्रखंड मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर है. जो पहाड़ पर स्थित है. ग्रामीणों का कहना है कि इस विद्यालय में कभी-कभी शिक्षक आते हैं. ग्रामीण बताते हैं पिछले कुछ दिनों से विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविशंकर भारती शराब पीकर विद्यालय चले आते हैं तथा समय से पहले बच्चों को छुट्टी भी दे देते हैं. ग्रामीण उमाशंकर बताते हैं कि पहाड़ पर स्थित ज्यादातर विद्यालय की स्थिति काफी नाजुक है. दूर दराज होने के कारण ज्यादातर विद्यालयों में शिक्षक नहीं आते हैं एक या दो शिक्षकों से ही विद्यालय चलता है स्थापित शिक्षक मनमानी करते हैं.

गुरु जी की करतूत जगजाहिर

नौहटा के ही रहने वाले उज्जवल दुबे कहते हैं कि गुरु जी की यह करतूत पिछले कई महीनों से चल रही थी. लेकिन जब गुरुजी लाठी लेकर विद्यालय पहुंचने लगे तथा बच्चों के साथ भी बदसलूकी करने लगे तो पानी सिर से ऊपर चला गया. चूंकि शिक्षक की एक गरिमा होती है. इसलिए उनके साथ मार पिटाई नहीं की गई. लेकिन, हाथ पांव बांधकर बाइक पर बैठ कर 50 किलोमीटर दूर थाना पहुंचाया गया.

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