शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही , खुले आसमान के नीचे फेके 9th और 11th का प्रश्न पत्र व अंसुरशीट का बण्डल
शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही , खुले आसमान के नीचे फेके 9th और 11th का प्रश्न पत्र व अंसुरशीट का बण्डल
बिहार में शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक और बिहार सरकार भले ही लाख प्रयास और दावे कर ले, लेकिन बिहार का शिक्षा विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. विभाग भी अपनी कालगुजारियों से बाज नहीं आ रहा है.
ताजा मामला मोतिहारी से जुड़ा है. यहां शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण सैकड़ों शिक्षक हलकान और परेशान हैं.
शिक्षकों के हलकान होने का कारण जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. दरसअल, कल से बिहार बोर्ड की 11वीं की परीक्षा है. वहीं, 16 मार्च से नौवीं की परीक्षा बिहार बोर्ड ने आयोजित की है. जिले के चार 434 विद्यालयों के हजारों छात्र इस परीक्षा में शामिल होने वाले हैं. मगर, उनके क्वेश्चन पेपर ही टीचर्स को नहीं मिल रहे हैं.
अपने स्कूल के प्रश्नपत्र खोजने में टीचर्स हलकान
उन्हीं विद्यार्थियों की परीक्षा के प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका शहर के एक सरकारी विद्यालय महारानी जानकी कुंवर बालिका बिद्यालय में खुले आसमान के नीचे फेंक दिए हैं. मामले में इस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की घोर लापरवाही साफ दिख रही है. जिले भर के सैकड़ों शिक्षक पिछले तीन दिनों से अपने-अपने स्कूल के कोड का क्वेश्चन पेपर और आंसरशीट खोजने में हलकान हैं.
वे खुले आसमान में अपना पसीना बहाने को मजबूर हैं. मगर, अपने विद्यालय के प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका को ढूंढे नहीं मिल रहे हैं. आलम यह है कि कई शिक्षक तीन दिन से प्रश्रपत्र खोज रहे हैं, लेकिन इन्हें इनका प्रश्रपत्र नहीं मिल रहा है. यहां के हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है.
जवाब देने से बच रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी
गौर करने की बात यह है कि यदि कहीं बारिश हो गई, तो इन कागज के बंडलों का क्या होगा? इस संबंध में जब हमने मोतिहारी जिलाधिकारी से सवाल किया, तो उन्होंने इस पर बयान देने से मना कर दिया. इस बावत जिला शिक्षा अधिकारी से जवाब पूछने की बात कहकर वह चल दिए. जब हमने जिला शिक्षा अधिकारी से बात करनी चाही, तो उन्होंने बात करने से साफ इंकार कर दिया.
वहीं, इस मामले में जब डीपीओ ने जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने मीडिया को ही नसीहत दे दी. बोलने लगे रिपोर्टिंग निगेटिव भी होती है. पॉजिटिव भी होती है. आप पॉजिटिव दिखाइए. बंडलों को सही तरीके से लगाया गया था. कुछ टीचर्स ने अपने बंडल खोजने के चक्कर में उन्हें अव्यवस्थित कर दिया.