माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक ने विद्यालय निरीक्षण के दौरान जीन्स पहने शिक्षकों के वेतन कटौती का DEO, DPO स्थापना को दिया आदेश, 48 घण्टे के अंदर मांगा स्पष्टीकरण
माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक ने विद्यालय निरीक्षण के दौरान जीन्स पहने शिक्षकों के वेतन कटौती का DEO, DPO स्थापना को दिया आदेश, 48 घण्टे के अंदर मांगा स्पष्टीकरण
माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक ने सरैया प्रखंड के चार स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में दो शिक्षक जींस में नजर आए। साथ ही वे बच्चे को नहीं पढ़ा रहे थे।
निरीक्षण में गड़बड़ी के मामले में सात शिक्षकों के वेतन कटौती का आदेश दिया गया है। डीईओ ने शिक्षकों से 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है।
माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक ने प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय, सरैया का निरीक्षण किया। इस क्रम में पाया गया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा वर्ग का संचालन सहीं ढंग से नहीं कराया जा रहा है। उनकी प्रशासिनक व्यवस्था फेल है। शिक्षक भी वर्ग का संचालन नहीं कर रहे थे। शिक्षा उपनिदेशक ने प्रधानाध्यापक सुनील कुमार एवं अशोक कुमार, शिक्षक का एक दिन का वेतन काटने का आदेश डीईओ को दिया है।
48 घंटे के अंदर मांगा जवाब
इस आलोक में डीईओ ने प्रधानाध्यापक और शिक्षक के वेतन कटौती का आदेश देते हुए 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। राजकीय बुनियादी विद्यालय, दोकड़ा के निरीक्षण में पाया गया कि ओम प्रकाश विद्यालय अध्यापक फार्मल पोशाक नहीं पहन कर जींस पैंट पहने हुए थे। साथ ही वे वर्ग का संचालन सुचारू रूप से नहीं कर रहे थे।
सतीश कुमार प्रखंड शिक्षक अपने वर्ग कक्ष में नहीं थे। शिक्षा उपनिदेशक ने इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया। उक्त के आलोक में ओम प्रकाश, विद्यालय अध्यापक एवं सतीश कुमार प्रखंड शिक्षक का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया जाता है तथा दोनों को उपरोक्त बिन्दुओं पर पत्र प्राप्ति के 48 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाता है।
जमीन पर बैठे थे छात्र
उमवि. गोपालपुर नेउरा का निरीक्षण किया गया। जमीन में बैठकर छात्र पढ़ रहे थे। विद्यालय में डेस्क-बेंच नहीं है। दूसरी ओर मध्याहन भोजन में अंडा के स्थान पर केला दिया जा रहा था, जो विभागीय निदेश के विपरीत है। डीईओ ने 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। जगत सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय, मनिकपुर, सरैया के निरीक्षण में पाया गया कि वार्षिक परीक्षा का प्रगति-पत्रक अधूरा है, जिसका मुख्य कारण भौतिकी एवं हिन्दी विषय के शिक्षक द्वारा असयोगात्मक रवैया अपनाया जाना है।
शिक्षा उपनिदेशक ने कड़ी आपत्ति जतायी है। भौतिकी एवं हिंदी विषय के शिक्षकों का एक सप्ताह के वेतन कटौती का आदेश दिया है। स्कूल के एचएम से भी जवाब मांगा गया कि प्रशासनिक व्यवस्था क्यों इतनी कमजोर है कि शिक्षक मनमाने कार्य करते हैं।