नीट की परीक्षा में प्रति अभ्यर्थी हुआ था ₹40 लख रुपए में सौदा
नीट की परीक्षा में प्रति अभ्यर्थी हुआ था ₹40 लख रुपए में सौदा
नीत यूजी पेपर लीक मामले में पटना पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है उसे नहीं कुलसी होते जा रहे हैं सूत्रों की माने तो गिरफ्तार अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि प्रति अभ्यर्थी 40 लख रुपए सौदा तय हुआ था उनसे कहा गया था कि प्रश्न पत्र कटवाने से पहले एक रुपए नहीं लिया जाएगा रकम की मौत की गारंटी के लिए भी अभ्यर्थियों का मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र और हस्ताक्षर किया हुआ ब्लैंक चेक लेते थे अभ्यर्थी परीक्षा देने के बाद फरार ना हो जाए इसलिए सेंटर हीरो के सदस्य केदो तक पहुंचाने और लाने का काम खुद करते थे प्रश्न पत्र मिलन होने के बाद एक मुख्य 40 लख रुपए दिए जाते थे।
इसके बाद गृह अभिभावकों को बंधक रखे दस्तावेजों को लौटा देता था एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि प्रश्न पत्र लेख हुआ या नहीं यह तो अति संवेदनशील मामला है तत्काल निष्कर्ष देना उचित नहीं होगा क्योंकि 24 लाख अभ्यर्थियों की जिंदगी से जुड़ा हुआ मसाला है पटना पुलिस इस मामले का जांच कर रही है साक्ष के आधार पर 9 तक सामने आए हैं इसके अनुसार पुलिस निष्कर्ष तक
अभ्यर्थी और केंद्र के बीच की कड़ी सिकंदर
बताया जाता है कि दानापुर नगर परिषद के कन्या अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंद्र की सेवा निवृत्ति में 4 वर्ष बच्चे हैं पुलिस उसके अपराधिक इतिहास का पता लग रही है सूत्रों के मुताबिक उसने पुलिस को बताया कि कुछ अभ्यर्थी उसके परीक्षित हैं वह अभ्यर्थी और केंद्र के बीच की कड़ी था सेंटर गिरोह का स्थानीय सरगना रॉकी है ।
जिससे उसकी पुरानी पहचान है रॉकी ने पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षा थी के पेपर लिखिए और वह अभ्यर्थी लाया करता था अभिभावक भी उसके भरोसे पर बच्चों को सेंट्रल वीरों के पास भेजते थे जीरो को पूरे पैसे देने की गारंटी भी सिकंदर दिया करता था यही कारण था कि वह अपने वहां से अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र लगवाने के बाद परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने और लाने का काम करता था उसने अपने वहां पर नगर परिषद का साइन बोर्ड भी लगा रखा था ताकि किसी को शक ना हो