CM नीतीश कुमार के पास पहुंची के के पाठक की लिखित शिकायत , मुख्यमंत्री से कर दी बड़ी माँग
CM नीतीश कुमार के पास पहुंची के के पाठक की लिखित शिकायत , मुख्यमंत्री से कर दी बड़ी माँग
विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक की शिकायत अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पहुंच गई है। सीएम से के.के पाठक के बार बार महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक गतिविधि में हस्तक्षेप करने और राज्यपाल के बुलावे के बावजूद बैठक में शामिल ना होने को लेकर शिकायत की गई है।
सीएम नीतीश को यह चिट्ठी सारण से शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी आंदन पुष्कर ने लिखी है।
साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश से इस मामले में सार्थक पहल करने की अपील की है। आनंद पुष्कर ने महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक गतिविधि में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के अनावश्यक हस्तक्षेप को लेकर सीएम को चिट्ठी लिखी। उन्होंने कहा कि, विगत कई महीनों से विश्वविद्यालय के कार्यकलाप में शिक्षा विभाग का अनावश्यक हस्तक्षेप बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है । शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों में संवादहीनता बढ़ रही है।
उन्होंने आगे लिखा कि, समाचार पत्रों से ज्ञात हुआ है कि राज्यपाल बिहार जो (विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं) के बुलावे पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बैठकों में भी नहीं जा रहे हैं। शिक्षा विभाग के द्वारा विश्वविद्यालय के खाता संचालन पर लगाई गई रोक से कर्मियों के वेतन एवं सेवा निवृत कर्मियों के पेंशन के लाले पड़ गए ।
आगे कहा कि, पटना उच्च न्यायालय ने भी विश्वविद्यालय के क्रियाकलापों में अनावश्यक हस्तक्षेप पर नाराजगी प्रकट की है। बिहार के विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं। अनावश्यक रूप से किया गया हस्तक्षेप शिक्षा के चतुर्दिक विकास में बाधक होगा। अतः आपसे अनुरोध है कि विश्वविद्यालय की गरिमा एवं स्वायत्तता बरकरार रखने की दिशा में सार्थक पहल की जाई।