10 बजे से पहले विद्यालय निरिक्षण करने का अधिकारीयों को मिला निर्देश, विद्यालय निरीक्षक के दौरान गरबारी पाई गई तो विद्यालय के प्रधानाध्यापक होंगे जिम्मेदार
10 बजे से पहले विद्यालय निरिक्षण करने का अधिकारीयों को मिला निर्देश, विद्यालय निरीक्षक के दौरान गरबारी पाई गई तो विद्यालय के प्रधानाध्यापक होंगे जिम्मेदार
विभाग क्या प्रमुख सचिव की शक्ति के बाद जिला शिक्षा विभाग भी निरीक्षण को लेकर गंभीर हो गया है और सचिव अनिल कुमार ने मांगी छपरा नगर सरैया प्रखंड के विद्यालय के निरीक्षण के दौरान एमडीएम समेत अन्य बिंदुओं पर हुए क्लासेस से विवाह की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं
मुख्यालय से निर्देश जारी होने के बाद आनंदपाल में बिहार शिक्षा परियोजना सारण द्वारा भी कार्यालय किया गया है कार्यालय के सभी प्राथमिक मध्य माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निरीक्षक के निर्देश दिए गए हैं यह आदेश शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और उप विकास आयुक्त निर्देशानुसार जारी किया गया है
विद्यालय में सुरक्षा हुआ अनुशासन को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है
जारी आदेश के अनुसार सभी विद्यालय में सुरक्षा और अनुशासन को लेकर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय जैसे बोरिंग टीम शेयर मोटरसाइकिल आदि की सही स्थिति में है या नहीं इसके अलावा विद्यालय में साफ सफाई शौचालय की स्थिति पानी की आपूर्ति और स्कूल की संपत्ति की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जा रहा है या नहीं किसी प्रकार के लाभ पाए जाने पर प्रधानाध्यापक जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफत कार्रवाई की जाएगी
सेटिंग से बचने के लिए घर बैठे रिपोर्ट देने पर होगी बर्खास्त की
सरकार ने विद्यालय निरीक्षक के नियमों में शक्ति करते हुए एक कड़ा कदम उठाया है एडमिशन करने वाले ने अच्छी पदाधिकारी और कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से विद्यालय में जाकर ही नहीं करना होगा घर बैठे या बिना विद्यालय में उपस्थित हुए रिपोर्ट देने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी जिसमें बर्खास्त की तक शामिल है
इस नए नियम के अनुसार यदि कोई निरीक्षक घर से ही रिपोर्ट देता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी और दूसरी पाए जाने पर इस तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाएगा इसके अलावा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और विद्यालय के प्रधानाध्यापक को भी इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा इस कदम का उद्देश्य विद्यालय की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन सुनिश्चित करना और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है सरकार ने यह निर्णय इसके लिया है गीता की सेटिंग के सारे कागजी निरीक्षण से बचाया जा सके और छात्रों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल सके