स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में बैंकों के फैंस 296 करोड रुपए , 12000 छात्रों ने नहीं लौट आया है शिक्षा ऋण

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स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में बैंकों के फैंस 296 करोड रुपए , 12000 छात्रों ने नहीं लौट आया है शिक्षा ऋण ऋण  चुकाने के लिए विद्यार्थियों को भेजा जा रहा है नोटिस |

 

राज्य में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम के तहत बैंकों द्वारा पूर्व में शिक्षा ऋण के रूप में बांटे गए 296 करोड रुपए की वसूली आधार में लटक गई है इसके कारण बैंकों के समक्ष एनपीए नॉन परफॉर्मिंग असेट्स की स्थिति उत्पन्न हो गई है तकरीबन 12000 विद्यार्थी नहीं लौटाया है लिहाजा बैंकों ने पहले तो रन वापसी का मसाला स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी की मीटिंग और अब राज्य सरकार को पत्र लिखकर ध्यान आकृष्ट कराया है बैंकों ने ऋण लेकर पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों को राशि चुकाने के लिए नोटिस भी देना शुरू कर दिया है

गारंटी सरकार तो बैंकों ने बढ़ाया दबाव

राज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए ऋण महिया करना आने के लिए सरकार ने तो अक्टूबर 2016 में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम को लागू किया था क्योंकि बैंकों के लिए स्क्रीन की गारंटी सरकार है इसलिए उसने एनपीए हो रही राशि का मामला सरकार के सामने उठाया है सरकार के एक उच्च सदस्य अधिकारी ने बताया कि 2018 के अप्रैल से पहले जिन विद्यार्थियों ने बैंकों से ऋण दिया उसकी ब्याज दर 10% थी हालांकि बैंकों द्वारा विद्यार्थियों को देने में नकारात्मक रूप दिखाया जाने लगा तब सरकार ने महत्वपूर्ण पैसे लेते हुए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम में राज योजना मध्य से राशि का प्रबंध किया बिहार शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से स्कीम का क्रियान्वयन किया जाने लगा उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को ऋण देना आरंभ किया गया और ब्याज दर 4% निर्धारित की गई पेज यहीं पर फंसा गया है पूर्व में 10% ब्याज दर पर ऋण लेने वाले अभ्यर्थियों द्वारा बैंकों को रेल चुकाने में दिलचस्पी नहीं ली जा रही है

475 विद्यार्थियों ने 19 करोड़ ऋण चुकाया

वर्ष 2016-17 और वर्ष 2017-18 के दौरान 12669 विद्यार्थियों के आवेदन स्वीकृत हुए थे इसके विरुद्ध बैंकों ने 12475 विद्यार्थियों के बीच 316 करोड़ 14 लख रुपए वितरण किया गया अब तक 475 विद्यार्थियों से करीब 19 करोड रुपए रन की वसूली की जा सकती है प्रावधान के मुताबिक उच्च शिक्षा ग्रहण के लिए विद्यार्थियों को चार लाख रिपेयरिंग दिया जाता है

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