के के पाठक ने सभी DEO को दिया आदेश , शिक्षा विभाग के कर्मियों की छुट्टियों रदद् 

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पटना बिहार :–के के पाठक ने सभी DEO को दिया आदेश , शिक्षा विभाग के कर्मियों की छुट्टियों रदद् 

के के पाठक ने सभी DEO को दिया आदेश…नवनियुक्त शिक्षकों को किस स्कूल में और कितने तारीख तक कर लें पोस्टिंग, शिक्षा विभाग के कर्मियों की छुट्टियां रद्द

बिहार के नवनियुक्त शिक्षकों को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का बड़ा आदेश सामने आया है। उन्होंने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर कई निर्देश दिए हैं ।

केके पाठक ने साफ किया है की नवनियुक्त शिक्षकों को सिर्फ और सिर्फ ग्रामीण इलाकों में पदस्थापित किया जाएगा। सभी नव नियुक्त शिक्षकों की विद्यालय में ज्वाइनिंग को लेकर तारीख भी तय कर दी गई है। शिक्षकों के योगदान को लेकर शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है।

बिहार के सभी जिलों के D EO को लिखे पत्र में के के पाठक ने कहा है कि बीपीएससी से नव नियुक्त अध्यापकों को 2 नवंबर को औपबंधिक रूप से नियुक्ति पत्र निर्गत किया गया था ।जिसमें कहा गया था कि उनका विद्यालय में शीघ्र ही योगदान सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही उनका वेतन एवं परिवीक्षा अवधि विद्यालय में योगदान की तिथि से प्रारंभ होगी। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि इन नव नियुक्त विद्यालय अध्यापकों का विद्यालय में पदस्थापन सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में होगा। शहरी क्षेत्र में फिलहाल कोई विद्यालय अध्यापक को पदस्थापित नहीं किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी विद्यालय अध्यापकों का पदस्थापन विभागीय सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा रैंटमाइजेशन तरीके से होगा।

इस कार्य को ठीक से करने एवं उस पर निगरानी के लिए माध्यमिक शिक्षा के निदेशक की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। कमिटी प्रत्येक जिले की विद्यालय अध्यापकों का विद्यालय पदस्थापन सॉफ्टवेयर के माध्यम से करना सुनिश्चित करेगी। विद्यालय में पदस्थापन का कार्य शिक्षा दिवस के शुभ अवसर पर 11 नवंबर से 21 नवंबर तक किया जाएगा। 13 नवंबर से 21 नवंबर तक छठ त्यौहार की छुट्टी है। इस अवधि में विभाग के क्षेत्रीय पदाधिकारी इस काम को सुनियोजित तरीके से करने में सक्षम होंगे।

केके पाठक ने कहा है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी जल्द बैठक कर अपने जिले की रणनीति तैयार करें की 11 नवंबर से 21 नवंबर के बीच कितने चरणों में आप विद्यालय अध्यापकों को योगदान करा सकते हैं। सभी जिलों के DEO स्वतंत्र हैं कि आप प्राथमिक माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक में किस तरह अथवा कितने चरणों में योगदान करना चाहते हैं। विद्यालय में योगदान के लिए आवश्यक है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक इस अवधि में उपस्थित रहेंगे, क्योंकि योगदान उन्हीं के समक्ष होना है । योगदान के बाद प्रधानाध्यापक ही योगदान प्रपत्र जिला शिक्षा कार्यालय में समर्पित कर योगदान को सुनिश्चित करेंगे । शिक्षा विभाग की अधिकारी अभियान मोड में काम करेंगे।

इसी के साथ केके पाठक ने शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों कर्मियों की छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए हैं। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उन्हें किसी अन्य विधि व्यवस्था संबंधी कार्य में प्रतिनियुक्त नहीं किया जाए ।सभी अभ्यर्थियों को योगदान सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रचार प्रसार करें ताकि आपा धापी नहीं मचे । विद्यालय में योगदान की तिथि का उनके वरीयता से कोई संबंध नहीं है। उनकी वरीयता बिहार लोक सेवा आयोग की मेघा सूची के अनुसार तय हो चुकी है। केके पाठक ने कहा है कि चरणबद्ध तरीके से 11 नवंबर से लेकर 21 नवंबर के बीच विद्यालय अध्यापकों का योगदान सुनिश्चित करें। योगदान में सावधानी बरतें और समझ लेने की क्या विद्यालय में योगदान करने वाले अध्यापक वही व्यक्ति हैं जिन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी थी? क्या वह यही व्यक्ति है जिनकी काउंसलिंग सफलतापूर्वक हुई ? क्या यह वही व्यक्ति हैं जिन्हें 2 नवंबर 23 को अपबंधित मेधा सूची नियुक्ति पत्र दिया गया था? सावधानी सुनिश्चित करते हुए चरणबद्ध तरीके से आप यह कार्य 21 नवंबर तक समाप्त कर लें, ताकि छठ पर्व के बाद जैसे ही विद्यालय खुले वैसे ही अध्यापन का कार्य शुरू हो सके।

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