आंदोलन पड़ेगा भारी , के के पाठक ने दी शख्त चेतावनी , परीक्षा से होंगे वंचित
आंदोलन पड़ेगा भारी , के के पाठक ने दी शख्त चेतावनी , परीक्षा से होंगे वंचित
बिहार लोक सेवा आयोग(Bpsc) द्वारा आयोजित दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में पूरक रिजल्ट की मांग करने वाले अभ्यर्थियों को शिक्षा विभाग ने खुली चेतावनी दी है और सड़क पर उतरने वाले अभ्यर्थियों को अगले परीक्षा से वंचित करने की बात कही है.शिक्षा विभाग ने बकायदा इसके लेकर आदेश जारी कर दिया है,जिससे आन्दोलन कर रहे अभ्यर्थियों का गस्सा सातवें आसमान तक पहुंच गया है.
बताते चलें कि पहले चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में शिक्षा विभाग की अपील पर बीपीएससी ने पूरक रिजल्ट जारी किया था.उनका भी काउंसलिंग कराया गया था और अब दूसरे चरण के सफल अभ्यर्थियों के साथ ही उनके लिए भी स्कूलों का आवंटन हो रहा है.वहीं दूसरी चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के बाद पूरक रिजल्ट की मांग शिक्षा विभाग ने बीपीएससी से की थी.इससे कुछ अंको से असफल होने वाले अभ्यर्थियों के सफल होने की उम्मीद जगी थी.उस दौरान बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने भी शिक्षा विभाग से 40 हजार पूरक रिजल्ट की मांग की थी,पर बाद में शिक्षा विभाग ने पूरक रिजल्ट जारी करने को योजना को रद्द कर दिया.इससे अभ्यर्थी नाराज हो गये,और आन्दोलन करने लगे.
इस बीच बिहार में सरकार का स्वरूप बदल गया.सीएम तो नीतीश कुमार ही रहे पर डिप्टी सीएम आरजेडी के तेजस्वी यादव की जगह बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बन गये.नीतीश सरकार में बीजेपी के शामिल होते ही दूसरे चरण के असफल शिक्षक अभ्यर्थी बीजेपी कार्यालय पहुंच गये और उन्हें उनकी मांग और आश्वासन याद कराते हुए पूरक रिजल्ट जारी करवाने की मांग की.
इससे बीजेपी के नेता असहज हो गये.वहीं शिक्षा विभाग पर भी दवाब बढ़ा,तो विभाग ने आन्दोलन कर रहे अभ्यर्थियों को खुली चुनौती दे दी,और प्रेस विज्ञप्ति निकाल कर कहा कि शिक्षा विभाग ने पहले ही पूरक परीक्षाफल जारी नहीं करने का निर्णय लिया है.वैसे सभी अभ्यर्थी जो पूरक परीक्षाफल प्रकाशित करने हेतु आयोग और विभाग पर दबाव बना रहे हैं,उन्हें चिन्हित कर आयोग के अगले परीक्षा से वंचित करने की कार्रवाई की जा रही है.अत: सभी अभ्यर्थियों को निदेश दिया जाता है कि पूरक परीक्षाफल प्रकाशित करने हेतु विभाग या आयोग पर किसी तरह का दबाव बनाने का प्रयास न करें.