फिर चला के के पाठक का डंडा , शिक्षकों के बाद अब राज्यभर के टोला सेवकों व तालमि मरकज लटकी करवाई की तलवार , वजह जान कर पैरो तले से घसक जाएगी आपकी जमीन
फिर चला के के पाठक का डंडा , शिक्षकों के बाद अब राज्यभर के टोला सेवकों व तालमि मरकज लटकी करवाई की तलवार , वजह जान कर पैरो तले से घसक जाएगी आपकी जमीन
Bihar Teacher News शिक्षा विभाग ने बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए 1830 शिक्षा सेवकों पर कार्रवाई करने का आदेश जिलों को दिया है। साथ ही शिक्षा विभाग ने सात शिक्षा सेवकों को बर्खास्त कर दिया है।
आरोप है कि बर्खास्त किए गए शिक्षा सेवक बिना सूचना महीनों से ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे।
1062 शिक्षा सेवकों के वेतन में कटौती संबंधी कार्रवाई की गई है। जबकि 768 और शिक्षा सेवकों के वेतन में कटौती करने का निर्देश जारी किया गया है।
इन दो जिलों के 7 शिक्षक बर्खास्त
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मॉनिटरिंग सेल की रिपोर्ट के आधार पर रोहतास में एक शिक्षा सेवक और पश्चिम चंपारण में छह बर्खास्त किए गए हैं।
जिन शिक्षा सेवकों के वेतन में कटौती की गयी है, उनमें भागलपुर के 2, बक्सर के 11, पूर्वी चंपारण के 46, किशनगंज के 33, कैमूर के 44, नालंदा के 3, नवादा में 69, रोहतास के 34 एवं पश्चिमी चंपारण के 830 शिक्षा सेवक शामिल हैं।
कौन होते हैं शिक्षा सेवक?
यहां बता दें कि शिक्षा सेवक राज्य में दलित, महादलित एवं अतिपिछड़ा अल्पसंख्यक समुदाय के छह से 14 आयु वर्ग के शत प्रतिशत बच्चों का सरकारी स्कूलों में नामांकन कराने और उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने का काम करते हैं।