नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षकों पर ताबड़तोड़ शिक्षा विभाग कर रही निलंबन की करवाई, शिक्षा बिभाग के अधिकारी अपने शक्ति का करने लगे उपयोग 

0
IMG-20250106-WA0182

नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षकों पर ताबड़तोड़ शिक्षा विभाग कर रही निलंबन की करवाई, शिक्षा बिभाग के अधिकारी अपने शक्ति का करने लगे उपयोग 

 

विशिष्ट शिक्षक बनते ही शिक्षा विभाग धाराधर विशिष्ट शिक्षकों को कर रहे है सस्पेंड, इस गलती की सजा मिल रही है निलंबन व सेवा से बर्खास्त  शिक्षा विभाग की ताबड़तोड़ करवाई से साहमें नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षक

 

बिहार शिक्षा विभाग ने नए साल की शुरुआत के साथ ही कई शिक्षकों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी हैं। यह कार्रवाई उन शिक्षकों के खिलाफ की गई है जो 1 और 2 जनवरी को विद्यालय तो पहुंचे, लेकिन कुछ ही देर बाद गायब हो गए।

शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों पर अनुशासनहीनता और विद्यालय में अनुपस्थिति को लेकर कार्रवाई की है।

ई शिक्षा कोष की कार्रवाई

जानकारी के अनुसार, बांका जिले में कुल 29 शिक्षकों पर ई शिक्षा कोष ने कार्रवाई की है। इन शिक्षकों पर आरोप है कि उन्होंने 1 जनवरी को स्कूल तो पहुंचे, लेकिन कुछ समय बाद ही विद्यालय से गायब हो गए। 1 जनवरी को 18 शिक्षक समय से पहले स्कूल छोड़कर चले गए थे। इनमें से कुछ शिक्षक दोपहर 12 बजे स्कूल पहुंचे और तीन बजे स्कूल छोड़कर रवाना हो गए। वहीं, अधिकांश शिक्षक तीन बजे के बाद स्कूल से गायब हो गए। इस कार्रवाई में अंजली सिन्हा, नीतीश कुमार मंडल, विभा कुमारी, खुशबू कुमारी और अन्य शिक्षक शामिल हैं, जिन पर गाज गिरी है।

2 जनवरी को भी कार्रवाई जारी

इसी तरह, 2 जनवरी को भी 11 शिक्षक देर से विद्यालय पहुंचे और समय से पहले विद्यालय से निकल गए। इनमें कमराडीह के शिक्षक निखिल जैन का नाम प्रमुख है, जिन्होंने 11 बजे विद्यालय पहुंचकर 45 मिनट बाद ही विद्यालय छोड़ दिया। इसके अलावा राजन कुमार, आशुतोष कुमार, नीतू कुमारी, निभा कुमारी, श्वेता कुमारी सहित कई अन्य शिक्षक भी 12 बजे के बाद ही विद्यालय से निकल गए।

डीपीओ की सख्त चेतावनी

बांका जिले के डीपीओ (स्थापना) संजय कुमार यादव ने इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है और उन्हें 3 जनवरी को कार्यालय में खुद उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है। इस कार्रवाई के बाद दूर-दराज के शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।

डीपीओ संजय कुमार यादव ने स्पष्ट किया कि समय से पूर्व विद्यालय छोड़ना और देरी से विद्यालय पहुंचना गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरे