पिकअप चालक की बेटी ज्योति रानी बनी एसडीएम


पिकअप चालक की बेटी बनी एसडीएम
दिल में जज्बा हो तो कठिन काम भी आसान हो जाता है जिसे कर दिखाएं जिले के दर्जन पर छात्राओं ने बीएससी की परीक्षा में जिले के दर-डारोहण से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपना परचम लहराया है छात्र-छात्राओं की कड़ी मेहनत का परिणाम मिलते ही खुशी का ठिकाना नहीं रहा सफलता के बाद छात्र-छात्राओं को बधाई का पता लगा हुआ है छात्रों ने सफलता प्राप्त कर गांव प्रखंड व जिले का नाम रोशन किया है
रक्सौल के जो की यारी पंचायत के चिकनी गांव के पिकअप चलाने वाले की बेटी ज्योति रानी ने 67वीं बीएससी परीक्षा के घोषित रिजल्ट में रक्सौल की एकमात्र बेटी ने बाजी मारी अपने परिवार समेत पूरे क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया रक्सौल के जो की यारी पंचायत की चिकनी गांव निवासी ज्योति रानी 256 वन रैंक लाकर एसडीएम के लिए क्वालीफाई कर अवसर बिटिया जो बन गई है ।
ज्योति के पिता खुद के पिकअप चलाने का काम करते हैं अब पिता रमाकांत दास की पुत्री ज्योति रानी एसडीएम बन गई है जैसे ही रिजल्ट आया लोगों ने बधाइयां देने शुरू कर दी ज्योति रानी के घर का नाम डिंपल है उसकी प्राथमिक शिक्षा रक्सौल के नोट्रे डम अकादमी रक्सौल से हुई है इसके बाद उच्च शिक्षा रस रक्सौल के ही के ह स्कूल से हुई है जहां ज्योति रानी ने दसवीं में 9.6 गपा से पास की उसके बाद की शिक्षा के लिए ज्योति रानी पटना के एक इंस्टीट्यूट से 87% मार्ग के साथ 11वीं पास की उसके बाद आगे इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जयपुर से बीटेक 80.3% माल के साथ पास की ।
ज्योति रानी का यह दूसरा प्रयास था अब ज्योति रानी अधिकारी बनकर के लोगों की और समाज की सेवा करेगी ज्योति रानी ने बताया कि मां-बाप ने जो संस्कार दिया खुद से मेहनत किया गुरु चरण ने जो शिक्षा दिया उसी का यह परिणाम है
