स्कूलों में घंटी नहीं लेने वाले शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने बने तीन मास्टर प्लान , शिक्षा विभाग के इस चक्रव्यूह से नहीं बच पाएंगे शिक्षक
स्कूलों में घंटी नहीं लेने वाले शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने बने तीन मास्टर प्लान , शिक्षा विभाग के इस चक्रव्यूह से नहीं बच पाएंगे शिक्षक
के के पाठक ने शिक्षकों के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है शिक्षा विभाग के अपर सचिव ने देश जारी किया है कि सभी शिक्षकों को प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे लेना अनिवार्य है जो शिक्षक विद्यालय में नहीं पड़ते हैं या घंटी नहीं देते हैं ऐसे शिक्षकों पर कार्यवाही करने के लिए शिक्षा विभाग के अपर सचिव के पाठक ने तीन मास्टर प्लान तैयार किए हैं इन तीन मास्टर प्लान के जरिए क्लास नहीं निर्णय नहीं लेने वाले शिक्षकों पर सरकार कार्रवाई करेगी
शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के स्तर से शिक्षकों को जितनी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है, उस अनुपात में उनसे काम लेने के कोशिश के तहत उन पर शिकंजा भी कसा जा रहा है. एसीएस पाठक ने शिक्षकों से छह क्लास लेना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
उनके इस आदेश के आलोक में सोमवार को सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ सुभाष कुमार ने सभी बीईओ और प्रधान शिक्षकों को पत्र भेज उक्त निर्देश का अनुपालन कराने का निर्देश दिया है.
क्लास लेने से अभिलेख होगा संधारित
जारी पत्र में डीपीओ ने कहा है कि सभी प्राथमिक, मिडिल, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों को छह क्लास लेना अनिवार्य किया गया है. इसको लेकर स्कूलों में एक पंजी भी संधारित होगी. उक्त पंजी को स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अधिकारी चेक करेंगे और अपने प्रतिवेदन में इसका उल्लेख करेंगे कि कितने शिक्षक के द्वारा छह क्लास लिया गया है और कितने के द्वारा नहीं. निरीक्षी पदाधिकारी प्रतिदिन स्कूलों का निरीक्षण करेंगे और छह क्लास नही लेने वाले शिक्षक और उनके स्कूल के नाम का जिक्र कर रिपोर्ट भेजेंगे.
निदेशक को भेजी जाएगी रिपोर्ट
उक्त रिपोर्ट प्रखंडों से मिलने पर उसे समेकित करने के बाद जिला से प्रतिदिन प्राथमिक शिक्षा निदेशक को भेजी जाएगी. सभी बीईओ को निर्देश दिया गया है कि अगर कोई शिक्षक अमूक दिन छह क्लास नहीं की है, तो उस दिन के वेतन की कटौती करने के बाद ही डीपीओ, स्थापना से वेतन भुगतान की अनुशंसा करेंगे. इसके अलावा छह क्लास नहीं लेने को लेकर संबंधित शिक्षक से कारण-पृच्छा भी किया जायेगा. जिला स्तर से भी अनुश्रवण के क्रम में छह क्लास नहीं लेने को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
तीन तरह की होगी कार्रवाई
डीपीओ कुमार की माने, तो छह क्लास नहीं लेने वाले शिक्षकों के खिलाफ एक साथ तीन तरह की कार्रवाई की जायेगी. पहले वेतन की कटौती होगी. फिर कारण पृच्छा और तीसरी कार्रवाई के तहत विभागीय कार्यवाही भी चलेगी. उन्होंने सभी बीईओ से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक जो छह क्लास नहीं लेते है, उनका पूरा डिटेल उन्हें सीधे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है, ताकि जिला स्तर से अपेक्षित कार्रवाई की जा सके.
अब रोज होगी कक्षा संचालन की स्थिति की छपायी
भागलपुर से मिली जानकारी के अनुसार अब उच्च विद्यालय व प्लस टू स्कूलों में पठन-पाठन को व्यवस्थित करने का एक और नियम शिक्षा विभाग ने लागू कर दिया है. शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति व कक्षा संचालन की स्थिति की रोज छपायी होगी और फिर छपे हुए कागजात कार्यालय पंजी में संलग्न किये जायेंगे.
कक्षा संचालन की स्थिति का मुद्रण हो
इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने डीइओ को पत्र भेजा है और एक जनवरी से ही नियम लागू करने का निर्देश दिया है. सूत्र बताते हैं कि शिक्षा विभाग यह मान रहा है कि शिक्षकों की उपस्थिति और कक्षा संचालन की स्थिति का मुद्रण हो जाने से फिर उसमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं होगा और एक नयी व्यवस्था लागू हो जाने से शिक्षकों को भी रूटीन में ढलने में सहजता होगी.
विभाग ने उपलब्ध कराया फॉर्मेट
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने डीइओ को एक फॉर्मेट उपलब्ध कराया है. इसमें माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति व कक्षाओं की स्थिति से संबंधित बिंदुओं को भरा जाना है. इस फॉर्मेट में यह भरना है कि स्कूल अवधि में किस शिक्षक ने कितने बजे से कितने बजे तक क्लास ली. विशेष कक्षा का संचालन किया हो, तो वह भी भरा जायेगा. मिशन दक्ष के तहत ली गयी कक्षाओं की संख्या बतानी है. प्रतिदिन इस फार्मेट में शिक्षक व प्रधानाध्यापक का हस्ताक्षर होगा.