नियोजित शिक्षक वेतन विसंगति के शिकार , 21700 की जगह 21290 से बेसिक सैलरी की हुई थी शुरुआत, राज्यकर्मी बनने पर और उलझ जाएगा नियोजित शिक्षकों का वेतन , राज्यकर्मी से पहले दूर होगी वेतन विसंगति
नियोजित शिक्षक वेतन विसंगति के शिकार , 21700 की जगह 21290 से बेसिक सैलरी की हुई थी शुरुआत, राज्यकर्मी बनने पर और उलझ जाएगा नियोजित शिक्षकों का वेतन , राज्यकर्मी से पहले दूर होगी वेतन विसंगति
राज्य कर्मी का दर्जा देने से पहले वेतन विसंगति का निराकरण न हुआ तो और उलझ जाएगा 350000 शिक्षकों का मामला
2 साल पहले शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने के लिए बनाई गई थी कमेटी पर इनकी सुझाव पर अभी तक नहीं हुआ है कोई अमल
3. 5 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने जा रही है राज्य सरकार मार्च अप्रैल में होगी साक्षमता परीक्षा के बाद मिल जाएगा राज्य कर्मी का दर्जा और सभी तरह की सरकारी सुविधा
पे कैलकुलेटर से वेतन निर्धारण में सभी जिलों से भी संगति की 50000 से ज्यादा मिली थी शिकायत है सभी क्षेत्र शिक्षा उपनिदेशकों को वेतन विसंगति दूर करने का दिया गया था निर्देश पर अभी तक नहीं हुआ है वेतन विसंगति दूर
राज की तकरीबन 35000 नियोजित शिक्षक वेतन विसंगति के शिकार हैं इनमें प्रारंभिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक शामिल हैं वेतन विसंगति को दूर करने के लिए 2 साल पहले शिक्षा विभाग ने एक कमेटी बनाई थी लेकिन उसे कमेटी के सुझावों पर भी शिक्षा विभाग के स्तर से कोई अमल नहीं हुआ क्योंकि राज्य सरकार अब साक्षमता परीक्षा लेकर 350000 नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने जा रही है
ऐसे में नियोजित शिक्षकों के राज्य कर्मी बनने से पहले अगर भी संगतिया का निराकरण नहीं हुआ तो यह मामला और भी ज्यादा उलझ जाएगा इससे वेतन भी संगति से प्रभावित नियोजित शिक्षकों में संशय की स्थिति बनी हुई है
मूल वेतन में अंतर
5200 के पे स्केल में नियोजित शिक्षकों का मूल वेतन और 5200 के स्केल में राज कमी के मूल वेतन स्केल में अंतर ही विसंगति है
2000 ग्रेड वाले राज्य कर्मी का वेतन ढांचा 21700 से शुरू होता है जबकि नियोजित शिक्षकों को जो स्केल दिया गया है उसमें वेतन स्केल 21290 से शुरू होता है जबकि कक्षा एक से पांच तक बेसिक नियोजित शिक्षकों का ग्रेड पे 2000 है और राज्य कर्मी के भी ग्रेड पे 2000 हैं फिर भी वेतन अंतर देखें राज्य कर्मी का वेतन स्केल 21700 से शुरू होता है और कक्षा एक से पांच के नियोजित शिक्षकों का स्केल 21290 से शुरू होता है इससे ज्यादा भी संगति माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन में है शिक्षा विभाग
शिक्षा विभाग के तत्कालीन उप सचिव अरशद फिरोज ने सभी क्षेत्र शिक्षा उपनिदेशकों को प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों के वेतन भी संगति दूर करने का निर्देश दिया था लेकिन विभाग के निर्देश पर अब तक अमल नहीं किया गया है
वेतन के लिए बनाई गई कमेटी में थे यह अधिकारी
प्राथमिक शिक्षा उपनिदेशक पंकज कुमार प्रभात को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था जबकि माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक अब्दुल सलाम अंसारी जिला शिक्षा अधिकारी पटना अमित कुमार सदस्य सिवान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र सिंह और एक अन्य अधिकारी को सदस्य बनाया गया था कमेटी के एक सदस्य के मुताबिक सरकार द्वारा नियोजित शिक्षकों के वेतन में 15% बढ़ोतरी हुई थी 11 अप्रैल 2021 से न्यूज शिक्षकों के मूल वेतन में यह बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया था वेतन विसंगति में सुधार के लिए बड़े अवसरों को रिपोर्ट दी गई थी
नियोजित शिक्षकों की वेतन विसंगति की वजह
2021 में शिक्षा विभाग ने साढे तीन लाख नियोजित शिक्षकों के वेतन बढ़ोतरी के बाद उसके निर्धारण के लिए सॉफ्टवेयर का उपयोग किया था तब पे कैलकुलेटर से वेतन निर्धारण में सभी 38 जिलों से विसंगति की 50000 से ज्यादा से कहते मिली थी फिर यह मामला बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भी उठा था कई विधायकों और विधान पार्षदों ने पे कैलकुलेटर के आधार पर वेतन निर्धारण में भी संगतियों का मुद्दा जोर-जोर से विधानसभा तथा विधान परिषद में उठाया था तब सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग में वेतन भी संगति में सुधार के लिए पांच अधिकारियों की एक टीम गठित की थी शिक्षक संगठनों ने भी शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर वेतन भी संगति को तत्काल दूर करने की मांग की थी