अप्रैल 2024 का वेतन प्राप्त करने के लिए अधिकारियों व सरकारी कर्मियों को अपने पोस्टिंग क्षेत्र में आवासीय सत्यापन करना अनिवार्य है

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अप्रैल 2024 का वेतन प्राप्त करने के लिए अधिकारियों व सरकारी कर्मियों को अपने पोस्टिंग क्षेत्र में आवासीय सत्यापन करना अनिवार्य है

आवाज से सत्यापन नहीं करने पर सरकारी कर्मचारी व अधिकारियों को अप्रैल माह का वेतन भुगतान नहीं किया जाएगा जब तक की यह अधिकारी और कर्मचारी अपने पदस्थापित क्षेत्र के अगल-बगल अपने निवास की सत्यापन की जानकारी जिला मुख्यालय को नहीं देते हैं तब तक उनकी अप्रैल माह के वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा

राज्य के प्रखंड में पदस्थापित या प्रति नियुक्त शिक्षा अधिकारियों और कर्मियों को अपना आवास इस प्रखंड में रखना अनिवार्य है इस संबंध में शिक्षा विभाग के निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार चौधरी ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है इसमें कहा गया है कि जो अधिकारी वह कर्मचारी प्रखंड में स्थापित हैं उनके आवास सत्यापन करना अनिवार्य है अन्यथा अप्रैल के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी

आदेश के मुताबिक प्रखंड कार्यालय में शिक्षा विभाग के पदस्थापित या प्रतिनिधित अधिकारियों एवं कर्मियों के कार्यों की समीक्षा की क्रम में या पाया गया है कि प्रखंड स्तर पर शिक्षा विभाग के पदस्थापित व प्रतिनिधित्व पदाधिकारी एवं कर्मचारी अपने रोस्टर के अनुसार विद्यालयों का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं अभी तक सामने आया है कि ऐसे पदाधिकारी या कर्मी अपने प्रतिस्थापन और प्रतिनिधित्व स्थल पर अपना आवास न रखकर जिला स्तर पर रखते हैं इसके कारण रोस्टर के अनुसार उनके द्वारा आवंटित विद्यालयों का समय निरीक्षण नहीं किया जा रहा है या निरीक्षण प्रभावित हो रहा है यह एक गंभीर विषय है

राज्य में विद्यालयों के निरीक्षण में निकल रहे हैं अफसर को भीषण गर्मी में परेशान कर रही है शिक्षा विभाग एयर कंडीशन में रहने के आदी हो चुके अफसर को लू लगने की शिकायतें मिल रही है शिक्षा विभाग के एक उपनिदेशक ने बताया कि सुदूर ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान दोपहर की भीषण गर्मी में झेलनी पर रही है इससे कई अवसरों की तबीयत खराब होने की शिकायत मिली है वैसे सभी जिलों में हर दिन 7000 तक विद्यालय में निरीक्षण हो रहा है एक दिन में 547 शिक्षक की हार्दिक पाए गए हैं जिसके विरुद्ध वेतन कटौती का आदेश जारी किया गया है

बच्चों एवं शिक्षकों को भी हो रही है काफी परेशानी

विभिन्न जिलों से मिली सूचना के अनुसार विद्यालयों में मध्यान भोजन की खातिर बच्चों को दोपहर 12:00 बजे तक रुकना पड़ रहा है इससे बच्चों को किशनगढ़ में जगह लौटने में परेशानी हो रही है यही हाल शिक्षकों का भी है क्योंकि शिक्षा विभाग के हिदायत है कि बच्चों को मतदान भोजन करने के बाद ही शिक्षक विद्यालय की विद्यालय छोड़ने के समय भूषण गर्मी रहती है ऐसे में कई बार महिला शिक्षक हूं या बीमार शिक्षकों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है

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