कड़ाके की ठंड व शीतलहर में 4 लाख बच्चे दरी पर बैठने के लिए है मजबूर1
कड़ाके की ठंड व शीतलहर में 4 लाख बच्चे दरी पर बैठने के लिए है मजबूर1
सरकारी स्कूलों में चार लाख से अधिक बच्चे शीतलहर में भी नीचे दरी पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे कोहरे की बेटी स्कूल पहुंचते हैं और शाम 5:00 बजे घर लौट रहे हैं दक्ष कक्षा में शामिल बच्चों के लौट के समय अंधेरा छा जाता है
बच्चों की परेशानी और अभिभावकों के विरोध प्रशिक्षक संघ ने स्कूल संचालन अवधि में बदलाव की मांग आयुक्त से की है मंगलवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने इसे लेकर प्रमंडलीय आयुक्त हो ज्ञापन सोपा है बच्चे ही नहीं 5:00 के बाद स्कूल से लौट के क्रम में कई महिला शिक्षक भी दुर्घटना की शिकार हो चुकी है पटना सारण समेत कई प्रमंडल में संचालन अवधि में बदलाव किया गया है लेकिन मुजफ्फरपुर समेत प्रमंडल के सभी जिलों में अब भी पहले वाला समय ही चल रहा है
अभिभावकों का कई जगह शिक्षकों से हो चुका है विवाद
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव ने आयुक्त को ज्ञापन में कहा है कि बच्चों को परेशानी हो रही है कई बच्चे बीमार पड़ गए हैं इसको लेकर अभिभावकों व शिक्षकों से कई बार विवाद भी हो चुका है
अन्य प्रमंडल में सुबह 10:00 बजे से 3:30 तक चल रहे हैं स्कूल
पूर्णिया मुंगेर सारण समेत अन्य प्रमंडलों की आयुक्त ने निर्देश जारी किया है कि प्राइमरी वह मिडिल की कक्षाएं सुबह 10:00 बजे से 3:30 और हाई स्कूल की 4:00 तक चलेगी इतना ही नहीं दक्ष कक्षा भी इसी अवधि के भीतर चला लेना है यह आदेश दिया गया है